No Image

एई पथ जोदि ना शेष होय….

March 28, 2022 admin 0
Share:

बांग्ला की सुप्रसिद्ध गायिका संध्या मुखर्जी को नित्यानंद गायेन की श्रृद्धांजलि चर्चित शास्त्रीय गायिका संध्या मुखर्जी का 15 फरवरी, 2022 को 91 वर्ष की उम्र […]

No Image

नज़र आ लिबासे मजाज़ में

March 23, 2022 admin 0
Share:

मान लीजिए ‘महल’ फिल्म का ‘आएगा आने वाला’ गीत अगर लता मंगेशकर की जगह नूरजहां, संध्या मुखर्जी, सुरैया, गीता दत्त, सुमन कल्याणपुर या आशा भोंसले ने गाया होता तो क्या उस गीत का महत्व कम होता?

No Image

लता मंगेशकरः अमर आवाज की अप्रतिम गायिका

March 18, 2022 admin 0
Share:

दरअसल, लता मंगेशकर से पहले की गायिकाओं के गायन पर ‘महफिल’ गायकी का असर था। लता मंगेशकर ने पार्श्वगायकी 1942 से ही शुरू कर दी थी और शुरू में उनकी गायकी पर नूरजहां का असर साफ देखा जा सकता था। लेकिन उनकी पहचान 1948-49 में बनी, यानी आजादी के बाद की पहली और विशिष्ट गायिका के रूप में वह उभरकर सामने आईं। लेकिन जैसा कि हिंदी फिल्म संगीत पर गहन विचार करने वाले अशरफ अजीज का कहना है कि पार्श्वगायिका के रूप में लता मंगेशकर का उभरना दरअसल स्त्रियों के प्रति बदलते रवैये का द्योतक है।

No Image

अनुत्पादक पूंजी की चरम अभिव्यक्ति

March 14, 2022 admin 0
Share:

हमारे रोजमर्रा के लेन-देन में केवल लेन-देन डिजिटल तरीके से होता है, जबकि हमारी मुद्रा वही रुपया, डॉलर, इत्यादि होती है। जबकि क्रिप्टोकरेंसी मुद्रा ही अलग होती है। इस मुद्रा में इसकी सुरक्षा के लिए गुप्त कोड होते हैं जो इसे सुरक्षित रखते हैं और धारक की पहचान को गुप्त रखते हैं। गुप्त कोडिंग की इस प्रक्रिया को क्रिप्टोग्राफी कहते हैं, इसीलिए ऐसी मुद्राओं को क्रिप्टोकरेंसी कहते हैं। एक वेबसाइट के अनुसार, दुनियाभर में ऐसी लगभग 13,000 मुद्राएं चलन में हैं। इनमें से सबसे ज्यादा चर्चा ‘बिटक्वायन’ की ही होती है।

No Image

सांप्रदायिकताः ऑनलाइन अपराध के सामाजिक और मनोवैज्ञानिक संदर्भ

February 14, 2022 admin 0
Share:

सुल्ली डील्स और बुल्ली बाई नाम के एप्स का कांड जिस तरह से उद्घाटित हो रहा है वह अत्यंत डरावना है। इस अर्थ में नहीं […]

No Image

निरंकुश सत्ताएं और अदम्य साहस की गाथाएं

January 19, 2022 admin 0
Share:

– अभिषेक श्रीवास्तव नोबेल कमेटी ने इस बार दो पत्रकारों को सम्मानित करके पत्रकारिता पर मंडरा रहे वैश्विक खतरे को संज्ञान में लिया है। यह […]

No Image

चिली का चुनावः गैब्रियल बोरिस की जीत के मायने

January 17, 2022 admin 0
Share:

नव निर्वाचित राष्ट्रपति, 35 वर्षीय बोरिस ने कम्युनिस्ट पार्टी, क्रिश्चियन वामपंथी समूह और क्षेत्रीय संगठनों के गठबंधन, नए वाम के नुमाइंदे की हैसियत से शिक्षा के समान सार्वभौमिक अधिकार और सुलभता की मांगों को लेकर 2011-13 के छात्र आंदोलनों में सक्रियता से राष्ट्रीय राजनीतिक परिदृश्य में स्थान बनाया।

No Image

चुनाव की बिसात लड़कियों का मोहरा

January 12, 2022 admin 4
Share:

लड़कियों की विवाह की उम्र बढ़ाने के पीछे बड़ा कारण स्वयं विवाह करने के अधिकार को घटाना है। यह मंशा दो तरह से काम करती है, पितृसत्ता का विस्तार और लड़कियों के साथी चुनने के अधिकार को कम करना।