जासूसी साहित्य का सामाजिक संदर्भ
नवीन पाठक ब्रितानवी जासूसी उपन्यासकार जॉन ले कैर (19 अक्टूबर, 1931 – 12 दिसंबर, 2020) का कार्नवॉल इंग्लैंड में निधन। जॉन ल कैर का लेखन […]
नवीन पाठक ब्रितानवी जासूसी उपन्यासकार जॉन ले कैर (19 अक्टूबर, 1931 – 12 दिसंबर, 2020) का कार्नवॉल इंग्लैंड में निधन। जॉन ल कैर का लेखन […]
आज का भारत लेखक के भीतर एक खौफ पैदा करता है और भारत के भविष्य को लेकर दहशत भरी गहरी दुश्चिंता भी। इस खौफ और दुश्चिंता को आजादी में महसूस किया जा सकता है। यह खौफ हिंदू राष्ट्रवाद का खौफ है, जिसने अश्वमेध के अपने घोड़े को छोड़ दिया है, जो आजादी के बाद के भारत की जितनी भी और जैसी भी सकारात्मक उपलब्धियां थीं, उन सबको रौंदता आगे बढ़ रहा है ।
रामप्रकाश अनंत बीस नवंबर को केंद्र सरकार के आयुष मंत्रालय ने एक नोटिफिकेशन जारी किया। इसके अनुसार, आयुर्वेद में पोस्ट ग्रेजुएट 39 जनरल सर्जरी और […]
कॉरपोरेट और हिंदुत्व की राजनीति के इस गठजोड़ को अब तक की सबसे बड़ी चुनौती किसानों के आंदोलन द्वारा मिल रही है, जिसे धीरे-धीरे देश के अन्य मेहनतकश तबकों और जनपक्षधर बुद्धिजीवियों का समर्थन मिल रहा है और यह समर्थन निरंतर बढ़ता जा रहा है। 1991 के बाद के भारत के इतिहास का यह सबसे बड़ा जनांदोलन है, जिसके निशाने पर सीधे कॉरपोरेट घराने और उनके राजनीतिक नुमाइंदे हैं।
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