फासीवाद के बढ़ते कदम और प्रतिरोध की संभावना
कम्युनिस्ट आंदोलन में दिपंकर भट्टाचार्य का नाम चिर परिचित है। विगत 25 वर्ष से दीपांकर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) लिबरेशन के महासचिव हैं। उन्होंने राजनीति, संस्कृति और सामाजिक क्षेत्र में कई उतार चढ़ाव देखे हैं। पिछले दिनों वह नागपुर में प्रगतिशील लोकतांत्रिक मंच द्वारा आयोजित ‘फासीवाद के बढ़ते कदम और प्रतिरोध की संभावना’ विषय पर आयोजित व्याख्यान माला में शिरकत करने आए हुए थे। इस अवसर पर उनसे गोपाल नायडू से हुई बातचीत प्रस्तुत है: