No Image

राजा महेंद्र प्रताप

October 7, 2021 admin 0
Share:

राजा महेंद्र प्रताप के महान स्वतन्त्रता-सेनानी होने के पीछे एमओए कॉलेज में 1895 से 1907 के दौर में छात्र होने का बड़ा योगदान था। यह समय विद्यार्थियों के आंदोलनों के उभार का था। 1899 में सैयद मसूद ( जिनके पुत्र रौस मसूद राजा महेंद्र प्रताप के अच्छे दोस्त थे) को प्रिंसिपल थियोडोर बेक द्वारा,कॉलेज में ब्रिटिश सत्ता के वफ़ादारों के उकसावे पर, जनवरी 1899 में कॉलेज के सेक्रेटरी के पद से हटा देने से असंतोष भड़का।

No Image

उन्होंने चुनौती स्वीकारी

June 21, 2021 admin 0
Share:

अगर उनके निजी जीवन को देखें तो कहना गलत नहीं होगा कि शीला संधु सही अर्थों में चुनौती का दूसरा नाम थीं। हिंदी प्रकाशन व्यवसाय को राजकमल प्रकाशन के माध्यम से चरम पर पहुंचानेवाली शीला संधु (24 मई 1924 – 01 मई 2021) का स्मरण ।